1
ना हमें किसी ने जीने दिया
ना शौक से मरने दिया
प्यार करता था उसे
प्यार भी ना करने दिया।
2
तुम इतनी दूर से चलकर रोज मेरे ख्वाबों में आते हो
कहीं कोई देख ना ले, क्यों मुझे इतना सताते हो।
3
स्त्री कभी हारती नही उसे हराया जाता है
समाज क्या कहेगा यह कहकर डराया जाता है
4
सीने के जख्म पांव के छाले कहां गए
ऐ हुस्न तेरे चाहने वाले कहां गए।